WE OFFERS VARIOUS BRAIN DEVELOPMENT COURSES/MIDBRAIN ACTIVATION FOR CHILDREN AND ADULTS ALL OVER INDIA.
WELCOME TO BRAIN GROW
Our main focus is to enhance the brain power of both YOUNG and ADULTS through different BRAIN DEVELOPMENT PROGRAMS. All the senses are trained including vision, hearing, sleep and wake control etc. Following are the Key Benefits noticed in children’s as per feedback of Parents :
BEST OUR SERVICES
BRAIN DEVELOPMENT PROGRAM
MAGNET THERAPY
THE BENEFITS OF MAGNET THERAPY
Magnet Therapy helps to keep our Body in Polarity Balance, preventing the symptoms of stress and anxiety. Magnet Therapy helps in Accelerating the Metabolism Process and helps the body function properly. They help oxygen and Nutrients reach at the location of injury as soon as possible so as to speed up the healing process.
TESTIMONIALS
मेरा नाम राहुल कुमार है। मेरी उम्र 37 साल है। मुझे एक साल से स्वास्थ्य में काफी समस्याएॅं थीं। मेरे लीवर और आॅंतों में सूजन और किडनी में 16 एम एम की पथरी थीं। लगभग 4 महीनें तक मैंने गोमती नगर, लखनऊ से एलोपैथी दवाएॅं कराईं लेकिन न तो लीवर और न आॅंतों में कुछ आराम मिला और न ही पथरी गली। फिर मुझे मैग्नेटिक थेरेपी की किसी ने सलाह दी। उसी दिन से मैंने मैग्नेटिक बेल्ट बाॅंधना षुरू कर दिया। आज ढाई महीने बाद मेरी लीवर की समस्या और आॅंतों की समस्या बिल्कुल ठीक हो चुकी है और जो किडनी की पथरी 16 एम से घटकर 3 एम की रह गई है। मैं सबको सलाह दूॅंगा कि यह मैग्नेटिक थेरेपी जरूर अपनाएॅं।
राहुल कुमार
हिलौली, उन्नाव
मेरा नाम नीतू अठवानी है। मेरी उम्र 40 साल है। पिछले काफी सालों से मैं टाॅन्सिल और पेट के माटापे से जूझ रही थी। मैंने कई जगह से टाॅन्सिल की दवाएं कराई पर कुछ समय बाद समस्या फिर वापस आ जाती थी। फिर मुझे मैग्नेटिक थेरेपी का पता चला। मुझे थ्रोट बेल्ट एवं बेली बेल्ट बाॅंधने की सलाह दी गई। लगभग दो हफ्तो के लगातार उपयोग से मेरी टाॅन्सिल की समस्या बिना किसी दवा के ठीक हो गई। इस थ्रोट बेल्ट का फायदा खाॅंसी ठीक करने में भी बहुत फायदेमंद है। थ्रोट बेल्ट से मेरी डबल चिन भी गायब हो गई। अपने रोजमर्रा के काम में मैं डबल बेली बेल्ट बाॅंधे रहती थी और लगभग डेढ़ महीने के लगातार उपयोग से मेरा वनज 5 से 6 किलो कम हो गया। मुझे बहुत खुषी है कि मुझे इस थेरेपी का पता चला
नीतू अठवानी
कानपुर
मेरा नाम कमला देवी है। मेरी उम्र 60 साल से ऊपर है। बहुत सालों से मेरे घुटनों में दर्द बना रहता था। सीढ़ी चढ़ने व उतरने में मुझे काफी तकलीफ होती थी। मेरी बहू मुस्कान ने मुझसे एक दिन मैग्नेटिक थेरेपी की बहुत तारीफ करी, बताया कि घुटनों का दर्द इस थेरेपी से चला जाएगा तो मैंने उसे कहने पर मैग्नेटिक घुटनों की बेल्ट मॅंगवा ली। लगभग एक महीने के लगातार उपयोग से मुझे घुटनों में काफी राहत मिली है। इसका असर एक जादू की तरह है बिना किसी दवाई के ही मुझे दर्द से निजात मिल गई।
कमला देवी
वाराणसी
मेरा नाम मुस्कान वासवानी है। मेरी उम्र 32 साल है। 5 साल पहले जब मेरी बेटी हुई थी, तब से डिलीवरी के बाद से ही मुझे कमर दर्द बना रहता था। मुझे रसोई और घर के काम करने में काफी तकलीफ होती थी। दर्द जब रहता तो पेनकिलर ले लेती थी। लेकिन पेनकिलर का भी काफी साइड इफेक्ट होता है। एक दिन मेरी बहन जो कानपुर में रहती है उससे मुझे मैग्नेटिक थेरेपी का पता चला। उसने बताया कि उसका सर्वाइकल मैग्नेटिक थेरेपी से ठीक हो गया है। तब मैंने भी कमर दर्द की मैग्नेटिक बेल्ट मॅंगवा ली। मेरा कमर दर्द 1 से डेढ़ महीने में ठीक हो गया। जिस दर्द से मैं 5 साल से परेषान थी उस दर्द से मुझे छुटकारा मिल गया।
मुस्कान वासवानी
बनारस
मेरा नाम वर्शा नानकषाही है। मेरी उम्र 36 साल है। साल भर से मैं कमर दर्द की समस्या से ग्रसित थी। मुझे किचन में और घर के कामकाज करने में कमर में बहुत दर्द रहता था। मेरी भाभी पूनम जी ने इस समस्या के लिए मैग्नेटिक थेरेपी की सलाह दी। उन्होंने बताया कि मैग्नेटिक कमर बेल्ट बाॅंधने से मेरा कमर दर्द दूर हो जाएगा। तो मैंने भी मैग्नेटिक बेल्ट मॅंगवा ली। रसोई और घर के कामकाज के दौरान मैं इस बेल्ट को बाॅंधें रहती थी। लगातार एक महीने के इस्तेमाल से ही मेरी यह समस्या दूर हो गई। अब मुझे कमर दर्द की कोई दिक्कत नहीं है।
वर्षा नानकषाही
कानपुर
मेरा नाम पूनम अठवानी है। मेरी उम्र 39 साल है। पिछले 7 महीने से मुझे सर्वाइकल की समस्या थी। मुझे गर्दन को दाएॅं व बाएॅं मोड़ने में बहुत दिक्कत होती थी। गर्दन नीचे झुकाने में बहुत दर्द होता था। हर वक्त गर्दन सीधी रखनी पड़ती थी। करवट लेने पर चक्कर भी आते थे। मैंने लगभग दो महीने होम्योपैथी दवा करी पर मुझे कुछ भी फायदा नहीं हुआ। फिर मुझे मेरी भाभी ने मैग्नेटिक थेरेपी के बारे में बताया। मुझे सर्वाइकल बेल्ट बाॅंधने की सलाह दी गई। 15 दिनों में ही मुझे आराम मिल गया। अब मुझे कोई भी रोग से पीड़ित दिखता है तो मैं उसे मैग्नेटिक थेरेपी की ही सलाह देती हॅंू। क्योंकि इस थेरेपी में कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है।
पूनम अठवानी
कानपुर
मेरा नाम सुप्रीत है। मेरी उम्र 25 वर्श है। मुझे 2014 से साइटिका नर्व पेन की षिकायत थी। मैंने पिछले चार सालों में कई जगह से एलोपैथिक दवाएं कराई। दवाओं का पूरा कोर्स करने के बाद कुछ दिनों के बाद फिर से वही समस्या षुरू हो जाती थी। अलग-अलग दवाओं के कई साइड इफेक्ट भी हुए, जैसे लगातार सर दर्द बने रहना, कभी-कभी षरीर में छोटे-छोटे एलर्जी वाले दाने निकल आना। मैं बहुत डिप्रेषन में रहने लगी थीं। दवाएं लेने के बावजूद मैं दो महीने सिर्फ अपने पंजों के बल चलती थी। मैं पैर फोल्ड करके बैठ नहीं सकती थी। अक्टूबर, 2018 में मुझे मैग्नेटिक थेरेपी का पता चला। उन्होंने मुझे मैग्नेटिक थेरेपी को उपयोग करने पर बल दिया। मैं उस समय ऐसी स्थिति में थी कि उस दर्द को खत्म करने के लिए कुछ भी कर सकती थी। उसी दिन मैंने थेरेपी षुरू कर दी। पहले दिन से ही मुझे दर्द में आराम मिला। थेरेपी के सातवें दिन पैरों और कमर में दर्द था ही नहीं, वह भी बिना कोई दवाई खाए। मै। लगातार थेरेपी कर रही हॅंू। अब इसलिए करती हॅंू कि मुझे थेरेपी से रिफ्रेष फील होता है क्योंकि श्रीमान् जी ने बताया था कि इससे षरीर का ब्लड सर्कुलेषन बेहतर होता है। मेरा स्वास्थ्य अब अच्छा हो रहा है।
सुप्रीत
कमालगंज, फर्रूखाबाद